हर बार लंगड़ाने की वजह अपंगता नहीं होती ग़ालिब

SHARE

हर बार लंगड़ाने की वजह अपंगता नहीं होती ग़ालिब;
ज़िन्दगी के लौड़े लगे हों तो भी आदमी की चाल बदल जाती है।

SHARE